
मुक्तिधाम तक अब नहीं होगी परेशानी! पार्षद आदित्य बाजपेयी ने नगर पंचायत लैलूंगा के लिए निःशुल्क शव वाहन की मांग रखी, अध्यक्ष कपिल सिंघानिया ने दिया सकारात्मक आश्वासन
लैलूंगा (विशेष प्रतिनिधि)।
नगर पंचायत लैलूंगा के ऊर्जावान एवं जनसरोकारों के प्रति सजग पार्षद आदित्य बाजपेयी ने एक बार फिर आमजन की पीड़ा को स्वर देते हुए एक अहम मुद्दा उठाया है। उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष कपिल सिंघानिया को पत्र लिखकर लैलूंगा क्षेत्र में निःशुल्क मुक्ताजली शव वाहन की तत्काल व्यवस्था करने की मांग की है। इस प्रस्ताव ने नगरवासियों की उस गहरी समस्या को उजागर किया है, जिससे वे वर्षों से जूझ रहे हैं।
पार्षद बाजपेयी ने अपने पत्र में लिखा कि लैलूंगा नगर पंचायत क्षेत्र में लगातार जनसंख्या बढ़ रही है और कई नए परिवारों का बसेरा इस इलाके में हो चुका है। ऐसे में जब किसी परिवार में दुःखद घटना घटती है और किसी सदस्य का निधन होता है, तो परिजनों को मुक्ति धाम तक शव ले जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि लैलूंगा का एकमात्र सार्वजनिक मुक्तिधाम नगर के कुछ वार्डों से काफी दूरी पर स्थित है, जहां तक शव ले जाना साधन के अभाव में बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
बाजपेयी का तर्क बेहद व्यावहारिक और मानवीय आधार पर टिका हुआ है। उन्होंने लिखा कि जिस प्रकार नगर पंचायत जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र नागरिकों को निःशुल्क उपलब्ध कराती है, उसी तर्ज पर अंतिम संस्कार के लिए शव वाहन की सुविधा भी नागरिक अधिकार का हिस्सा होनी चाहिए। एक निःशुल्क शव वाहन की व्यवस्था न केवल दुख की घड़ी में परिवार की मदद करेगी, बल्कि यह पंचायत की मानवीय संवेदनाओं को भी दर्शाएगा।
पार्षद बाजपेयी की इस मांग पर नगर पंचायत अध्यक्ष कपिल सिंघानिया ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि वे इस पर शासकीय दिशा-निर्देश प्राप्त कर शीघ्र ही शव वाहन की व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नगरवासियों को यह सुविधा जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उन्हें कठिन समय में कम से कम एक चिंता से राहत मिल सके।
नगरवासियों में भी इस मांग को लेकर व्यापक समर्थन देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया से लेकर चाय की दुकानों तक, हर जगह इस विषय पर चर्चा है। नागरिकों का कहना है कि यदि नगर पंचायत इस सुविधा को लागू करती है, तो यह एक ऐतिहासिक और मानवीय निर्णय होगा, जिससे क्षेत्र के सभी वर्ग लाभान्वित होंगे।
कुल मिलाकर, पार्षद आदित्य बाजपेयी की यह पहल न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी बन सकती है। अब देखना होगा कि नगर पंचायत प्रशासन इस संवेदनशील प्रस्ताव को कितनी जल्दी जमीन पर उतारता है। यदि यह योजना शीघ्र क्रियान्वित होती है, तो यह निश्चित ही लैलूंगा नगर के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।